Original

अवमन्य स तत्सर्वं स्वरूपं प्रतिपद्य च ।सान्त्वयामास वैदेहीमिति राक्षसपुंगवः ॥ ३२ ॥

Segmented

अवमन्य स तत् सर्वम् स्व-रूपम् प्रतिपद्य च सान्त्वयामास वैदेहीम् इति राक्षस-पुंगवः

Analysis

Word Lemma Parse
अवमन्य अवमन् pos=vi
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
स्व स्व pos=a,comp=y
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रतिपद्य प्रतिपद् pos=vi
pos=i
सान्त्वयामास सान्त्वय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
वैदेहीम् वैदेही pos=n,g=f,c=2,n=s
इति इति pos=i
राक्षस राक्षस pos=n,comp=y
पुंगवः पुंगव pos=n,g=m,c=1,n=s