Original

अयशः पातयित्वा मे मूर्ध्नि त्वं कुलपांसने ।सकामा भव मे मातरित्युक्त्वा प्ररुरोद ह ॥ ३३ ॥

Segmented

अयशः पातयित्वा मे मूर्ध्नि त्वम् कुल-पांसने स कामा भव मे मातः इति उक्त्वा प्ररुरोद ह

Analysis

Word Lemma Parse
अयशः अयशस् pos=n,g=n,c=2,n=s
पातयित्वा पातय् pos=vi
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मूर्ध्नि मूर्धन् pos=n,g=m,c=7,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
कुल कुल pos=n,comp=y
पांसने पांसन pos=a,g=f,c=8,n=s
pos=i
कामा काम pos=n,g=f,c=1,n=s
भव भू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मातः मातृ pos=n,g=f,c=8,n=s
इति इति pos=i
उक्त्वा वच् pos=vi
प्ररुरोद प्ररुद् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i