महाभारतम् — 3.258.2
Original
Segmented
आश्रमाद् राक्षस-इन्द्रेण रावणेन विहायसा मायाम् आस्थाय तरसा हत्वा गृध्रम् जटायुषम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आश्रमाद् | आश्रम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
इन्द्रेण | इन्द्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
रावणेन | रावण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विहायसा | विहायस् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
मायाम् | माया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आस्थाय | आस्था | pos=vi |
तरसा | तरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
हत्वा | हन् | pos=vi |
गृध्रम् | गृध्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जटायुषम् | जटायुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |