महाभारतम् — 3.256.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच जयद्रथः तु सम्प्रेक्ष्य भ्रातरौ उद्यत-आयुधौ प्राद्रवत् तूर्णम् अव्यग्रो जीवित-ईप्सुः सु दुःखितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जयद्रथः | जयद्रथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
सम्प्रेक्ष्य | सम्प्रेक्ष् | pos=vi |
भ्रातरौ | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=d |
उद्यत | उद्यम् | pos=va,comp=y,f=part |
आयुधौ | आयुध | pos=n,g=m,c=2,n=d |
प्राद्रवत् | प्रद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
अव्यग्रो | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जीवित | जीवित | pos=n,comp=y |
ईप्सुः | ईप्सु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुःखितः | दुःखित | pos=a,g=m,c=1,n=s |