महाभारतम् — 3.254.5
Original
Segmented
आख्यातव्यम् तु एव सर्वम् मुमूर्षोः मया तुभ्यम् पृष्टया धर्म एषः न मे व्यथा विद्यते त्वद्-भयम् वा संपश्यन्त्याः स अनुजम् धर्मराजम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आख्यातव्यम् | आख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
तु | तु | pos=i |
एव | एव | pos=i |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मुमूर्षोः | मुमूर्षु | pos=a,g=m,c=6,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
तुभ्यम् | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
पृष्टया | प्रच्छ् | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |
धर्म | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एषः | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
व्यथा | व्यथा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
संपश्यन्त्याः | संपश् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
स | स | pos=i |
अनुजम् | अनुज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
धर्मराजम् | धर्मराज | pos=n,g=m,c=2,n=s |