महाभारतम् — 3.253.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच ततो दिशः सम्प्रविहृत्य पार्था मृगान् वराहान् महिषान् च हत्वा धनुः-धराः श्रेष्ठतमाः पृथिव्याम् पृथक् चरन्तः सहिता बभूवुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
सम्प्रविहृत्य | सम्प्रविहृ | pos=vi |
पार्था | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मृगान् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वराहान् | वराह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
महिषान् | महिष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
हत्वा | हन् | pos=vi |
धनुः | धनुस् | pos=n,comp=y |
धराः | धर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
श्रेष्ठतमाः | श्रेष्ठतम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
पृथक् | पृथक् | pos=i |
चरन्तः | चर् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
सहिता | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
बभूवुः | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lit |