महाभारतम् — 3.252.21
Original
Segmented
न सम्भ्रमम् गन्तुम् अहम् हि शक्ष्ये त्वया नृशंसेन विकृष्यमाणा समागता अहम् हि कुरु-प्रवीरैः पुनः वनम् काम्यकम् आगता च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
सम्भ्रमम् | सम्भ्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गन्तुम् | गम् | pos=vi |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
शक्ष्ये | शक् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
नृशंसेन | नृशंस | pos=a,g=m,c=3,n=s |
विकृष्यमाणा | विकृष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
समागता | समागम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
प्रवीरैः | प्रवीर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
काम्यकम् | काम्यक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगता | आगम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |