महाभारतम् — 3.252.18
Original
Segmented
गाण्डीव-मुक्तान् च महा-शर-ओघान् पतङ्ग-सङ्घान् इव शीघ्र-वेगान् स शङ्ख-घोषः स तलत्र-घोषः गाण्डीवधन्वा मुहुः उद्वमंः च यदा शरान् अर्पयिता ते उरसि तदा मनस् ते किम् इव अभविष्यत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गाण्डीव | गाण्डीव | pos=n,comp=y |
मुक्तान् | मुच् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
शर | शर | pos=n,comp=y |
ओघान् | ओघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पतङ्ग | पतंग | pos=n,comp=y |
सङ्घान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
शीघ्र | शीघ्र | pos=a,comp=y |
वेगान् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स | स | pos=i |
शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
घोषः | घोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
तलत्र | तलत्र | pos=n,comp=y |
घोषः | घोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गाण्डीवधन्वा | गाण्डीवधन्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
उद्वमंः | उद्वम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
यदा | यदा | pos=i |
शरान् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अर्पयिता | अर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
उरसि | उरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
मनस् | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अभविष्यत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrn |