महाभारतम् — 3.251.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच अथ आसीनेषु सर्वेषु तेषु राजसु भारत कोटिकाश्य-वचः श्रुत्वा शैब्यम् सौवीरको ऽब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अथ | अथ | pos=i |
आसीनेषु | आस् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
राजसु | राजन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कोटिकाश्य | कोटिकाश्य | pos=n,comp=y |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
शैब्यम् | शैब्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सौवीरको | सौवीरक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |