Original

वैशंपायन उवाच ।अथाब्रवीद्द्रौपदी राजपुत्री पृष्टा शिबीनां प्रवरेण तेन ।अवेक्ष्य मन्दं प्रविमुच्य शाखां संगृह्णती कौशिकमुत्तरीयम् ॥ १ ॥

Segmented

वैशम्पायन उवाच अथ अब्रवीत् द्रौपदी राज-पुत्री पृष्टा शिबीनाम् प्रवरेण तेन अवेक्ष्य मन्दम् प्रविमुच्य शाखाम् संगृह्णती कौशिकम् उत्तरीयम्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशम्पायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अथ अथ pos=i
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
द्रौपदी द्रौपदी pos=n,g=f,c=1,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
पुत्री पुत्री pos=n,g=f,c=1,n=s
पृष्टा प्रच्छ् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
शिबीनाम् शिबि pos=n,g=m,c=6,n=p
प्रवरेण प्रवर pos=a,g=m,c=3,n=s
तेन तद् pos=n,g=m,c=3,n=s
अवेक्ष्य अवेक्ष् pos=vi
मन्दम् मन्द pos=a,g=n,c=2,n=s
प्रविमुच्य प्रविमुच् pos=vi
शाखाम् शाखा pos=n,g=f,c=2,n=s
संगृह्णती संग्रह् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
कौशिकम् कौशिक pos=a,g=n,c=2,n=s
उत्तरीयम् उत्तरीय pos=n,g=n,c=2,n=s