महाभारतम् — 3.247.44
Original
Segmented
तस्मात् त्वम् अपि कौन्तेय न शोकम् कर्तुम् अर्हसि राज्यात् स्फीतात् परिभ्रष्टस् तपसा तद् अवाप्स्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
शोकम् | शोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
राज्यात् | राज्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
स्फीतात् | स्फीत | pos=a,g=n,c=5,n=s |
परिभ्रष्टस् | परिभ्रंश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |