महाभारतम् — 3.247.37
Original
Segmented
व्यास उवाच एतत् श्रुत्वा तु मौद्गल्यो वाक्यम् विममृशे धिया विमृश्य च मुनि-श्रेष्ठः देव-दूतम् उवाच ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
मौद्गल्यो | मौद्गल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विममृशे | विमृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धिया | धी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
विमृश्य | विमृश् | pos=vi |
च | च | pos=i |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
दूतम् | दूत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |