महाभारतम् — 3.247.11
Original
Segmented
शब्दाः श्रुति-मनः-गृहीतव्याः सर्वतस् तत्र वै मुने न शोको न जरा तत्र न आयास-परिदेवने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शब्दाः | शब्द | pos=n,g=m,c=1,n=p |
श्रुति | श्रुति | pos=n,comp=y |
मनः | मनस् | pos=n,comp=y |
गृहीतव्याः | ग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
सर्वतस् | सर्वतस् | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
वै | वै | pos=i |
मुने | मुनि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
शोको | शोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
जरा | जरा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
न | न | pos=i |
आयास | आयास | pos=n,comp=y |
परिदेवने | परिदेवना | pos=n,g=f,c=1,n=d |