महाभारतम् — 3.246.2
Original
Segmented
प्रत्यक्ष-धर्मा भगवान् यस्य तुष्टो हि कर्मभिः सफलम् तस्य जन्म अहम् मन्ये सत्-धर्म-चारिणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रत्यक्ष | प्रत्यक्ष | pos=a,comp=y |
धर्मा | धर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तुष्टो | तुष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
सफलम् | सफल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जन्म | जन्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
सत् | अस् | pos=va,comp=y,f=part |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
चारिणः | चारिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |