Original

प्रादात्स तपसोपात्तं क्षुधितायातिथिव्रती ।उन्मत्ताय परां श्रद्धामास्थाय स धृतव्रतः ॥ १५ ॥

Segmented

प्रादात् स तपसा उपात्तम् क्षुधिताय अतिथि-व्रती उन्मत्ताय पराम् श्रद्धाम् आस्थाय स धृत-व्रतः

Analysis

Word Lemma Parse
प्रादात् प्रदा pos=v,p=3,n=s,l=lun
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तपसा तपस् pos=n,g=n,c=3,n=s
उपात्तम् उपदा pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
क्षुधिताय क्षुध् pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part
अतिथि अतिथि pos=n,comp=y
व्रती व्रतिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
उन्मत्ताय उन्मद् pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part
पराम् पर pos=n,g=f,c=2,n=s
श्रद्धाम् श्रद्धा pos=n,g=f,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
धृत धृ pos=va,comp=y,f=part
व्रतः व्रत pos=n,g=m,c=1,n=s