महाभारतम् — 3.244.1
Original
Segmented
जनमेजय उवाच दुर्योधनम् मोचयित्वा पाण्डु-पुत्राः महा-बलाः किम् अकार्षुः वने तस्मिंस् तत् मे आख्यातुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दुर्योधनम् | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मोचयित्वा | मोचय् | pos=vi |
पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
पुत्राः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बलाः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अकार्षुः | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lun |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तस्मिंस् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आख्यातुम् | आख्या | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |