महाभारतम् — 3.240.21
Original
Segmented
ज्ञात्वा एतत् छद्मना वज्री रक्षा-अर्थम् सव्यसाचिनः कुण्डले कवचम् च एव कर्णस्य अपहरिष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
छद्मना | छद्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वज्री | वज्रिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रक्षा | रक्षा | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सव्यसाचिनः | सव्यसाचिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कवचम् | कवच | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कर्णस्य | कर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपहरिष्यति | अपहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |