महाभारतम् — 3.24.4
Original
Segmented
ततस् तु वासांसि च राज-पुत्र्याः धात्र्यः च दास्यः च विभूषणम् च तद् इन्द्रसेनस् त्वरितम् प्रगृह्य जघन्यम् एव उपययौ रथेन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
वासांसि | वासस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
पुत्र्याः | पुत्री | pos=n,g=f,c=6,n=s |
धात्र्यः | धात्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
दास्यः | दासी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
विभूषणम् | विभूषण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इन्द्रसेनस् | इन्द्रसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वरितम् | त्वरितम् | pos=i |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
जघन्यम् | जघन्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
उपययौ | उपया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रथेन | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |