महाभारतम् — 3.238.45
Original
Segmented
पाण्डवेयानि रत्नानि त्वम् अद्य अपि उपभुञ्जसे सत्त्व-स्थान् पाण्डवान् पश्य न ते प्रायम् उपाविशन् उत्तिष्ठ राजन् भद्रम् ते न चिन्ताम् कर्तुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाण्डवेयानि | पाण्डवेय | pos=a,g=n,c=2,n=p |
रत्नानि | रत्न | pos=n,g=n,c=2,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
उपभुञ्जसे | उपभुज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
सत्त्व | सत्त्व | pos=n,comp=y |
स्थान् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रायम् | प्राय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपाविशन् | उपविश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
उत्तिष्ठ | उत्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
चिन्ताम् | चिन्ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |