महाभारतम् — 3.238.3
Original
Segmented
एवम् उक्तस् तु गन्धर्वः पाण्डवेन महात्मना उवाच यत् कर्ण वयम् मन्त्रयन्तो विनिर्गताः द्रष्टारः स्म सुखात् हातान् स दारान् पाण्डवान् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तस् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
गन्धर्वः | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पाण्डवेन | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
मन्त्रयन्तो | मन्त्रय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
विनिर्गताः | विनिर्गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
द्रष्टारः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
स्म | स्म | pos=i |
सुखात् | सुख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
हातान् | हा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
स | स | pos=i |
दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इति | इति | pos=i |