महाभारतम् — 3.238.23
Original
Segmented
भ्रातॄन् पालय विस्रब्धम् मरुतो वृत्रहा बान्धवास् त्वा उपजीवन्तु देवा इव शतक्रतुम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पालय | पालय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
विस्रब्धम् | मरुत् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मरुतो | वृत्रहन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वृत्रहा | यथा | pos=i |
बान्धवास् | बान्धव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
उपजीवन्तु | उपजीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
शतक्रतुम् | शतक्रतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |