Original

भ्रातॄनर्हसि नो वीर मोक्तुं गन्धर्वसत्तम ।अनर्हा धर्षणं हीमे जीवमानेषु पाण्डुषु ॥ २ ॥

Segmented

भ्रातॄन् अर्हसि नो वीर मोक्तुम् गन्धर्व-सत्तम अनर्हा धर्षणम् हि इमे जीवमानेषु पाण्डुषु

Analysis

Word Lemma Parse
भ्रातॄन् भ्रातृ pos=n,g=m,c=2,n=p
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
नो मद् pos=n,g=,c=6,n=p
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
मोक्तुम् मुच् pos=vi
गन्धर्व गन्धर्व pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s
अनर्हा अनर्ह pos=a,g=m,c=1,n=p
धर्षणम् धर्षण pos=n,g=n,c=2,n=s
हि हि pos=i
इमे इदम् pos=n,g=m,c=1,n=p
जीवमानेषु जीव् pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part
पाण्डुषु पाण्डु pos=n,g=m,c=7,n=p