महाभारतम् — 3.235.9
Original
Segmented
चित्रसेन उवाच पापो ऽयम् नित्य-संदुष्टः न विमोक्षणम् अर्हति प्रलब्धा धर्मराजस्य कृष्णायाः च धनंजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चित्रसेन | चित्रसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पापो | पाप | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नित्य | नित्य | pos=a,comp=y |
संदुष्टः | संदुष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
विमोक्षणम् | विमोक्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रलब्धा | प्रलब्धृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धर्मराजस्य | धर्मराज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कृष्णायाः | कृष्णा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
धनंजय | धनंजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |