Original

मा स्म तात पुनः कार्षीरीदृशं साहसं क्वचित् ।न हि साहसकर्तारः सुखमेधन्ति भारत ॥ २१ ॥

Segmented

मा स्म तात पुनः कार्षीः ईदृशम् साहसम् क्वचित् न हि साहस-कर्तारः सुखम् एधन्ति भारत

Analysis

Word Lemma Parse
मा मा pos=i
स्म स्म pos=i
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
पुनः पुनर् pos=i
कार्षीः कृ pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug
ईदृशम् ईदृश pos=a,g=n,c=2,n=s
साहसम् साहस pos=n,g=n,c=2,n=s
क्वचित् क्वचिद् pos=i
pos=i
हि हि pos=i
साहस साहस pos=n,comp=y
कर्तारः कर्तृ pos=a,g=m,c=1,n=p
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=2,n=s
एधन्ति एध् pos=v,p=3,n=p,l=lat
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s