महाभारतम् — 3.235.12
Original
Segmented
अजात-शत्रुः तत् श्रुत्वा गन्धर्वस्य वचस् तदा मोक्षयामास तान् सर्वान् गन्धर्वान् प्रशशंस च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अजात | अजात | pos=a,comp=y |
शत्रुः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
गन्धर्वस्य | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वचस् | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
मोक्षयामास | मोक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
गन्धर्वान् | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रशशंस | प्रशंस् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |