महाभारतम् — 3.232.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच अस्मान् अभिगतांस् तात भय-आर्तान् शरण-एषिन् कौरवान् विषम-प्राप्तान् कथम् ब्रूयास् त्वम् ईदृशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभिगतांस् | अभिगम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भय | भय | pos=n,comp=y |
आर्तान् | आर्त | pos=a,g=m,c=2,n=p |
शरण | शरण | pos=n,comp=y |
एषिन् | एषिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
कौरवान् | कौरव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विषम | विषम | pos=n,comp=y |
प्राप्तान् | प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
ब्रूयास् | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ईदृशम् | ईदृश | pos=a,g=n,c=2,n=s |