महाभारतम् — 3.23.1
Original
Segmented
वासुदेव उवाच ततो ऽहम् भरत-श्रेष्ठ प्रगृह्य रुचिरम् धनुः शरैः अपातयम् सौभात् शिरांसि विबुध-द्विषाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
रुचिरम् | रुचिर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अपातयम् | पातय् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
सौभात् | सौभ | pos=n,g=n,c=5,n=s |
शिरांसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
विबुध | विबुध | pos=n,comp=y |
द्विषाम् | द्विष् | pos=a,g=m,c=6,n=p |