महाभारतम् — 3.225.23
Original
Segmented
क्षेत्रे सु कृष्टे हि उपिते च बीजे देवे च वर्षति ऋतु-काल-युक्तम् न स्यात् फलम् तस्य कुतः प्रसिद्धिः अन्यत्र दैवाद् इति चिन्तयामि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षेत्रे | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सु | सु | pos=i |
कृष्टे | कृष् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
उपिते | वप् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
बीजे | बीज | pos=n,g=n,c=7,n=s |
देवे | देव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
वर्षति | वृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऋतु | ऋतु | pos=n,comp=y |
काल | काल | pos=n,comp=y |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कुतः | कुतस् | pos=i |
प्रसिद्धिः | प्रसिद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
दैवाद् | दैव | pos=n,g=n,c=5,n=s |
इति | इति | pos=i |
चिन्तयामि | चिन्तय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |