महाभारतम् — 3.225.2
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच सरस् तद् आसाद्य तु पाण्डु-पुत्राः जनम् समुत्सृज्य विधाय च एषाम् वनानि रम्यानि अथ पर्वतान् च नदी-प्रदेशान् च तदा विचेरुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सरस् | सरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
पुत्राः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुत्सृज्य | समुत्सृज् | pos=vi |
विधाय | विधा | pos=vi |
च | च | pos=i |
एषाम् | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वनानि | वन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
रम्यानि | रम्य | pos=a,g=n,c=2,n=p |
अथ | अथ | pos=i |
पर्वतान् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
नदी | नदी | pos=n,comp=y |
प्रदेशान् | प्रदेश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
विचेरुः | विचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |