महाभारतम् — 3.225.18
Original
Segmented
न पापकम् ध्यास्यति धर्मपुत्रो धनंजयः च अपि अनुवर्तते तम् अरण्य-वासेन विवर्धते तु भीमस्य कोपो ऽग्निः इव अनिलेन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
पापकम् | पापक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ध्यास्यति | ध्या | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
धर्मपुत्रो | धर्मपुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अनुवर्तते | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अरण्य | अरण्य | pos=n,comp=y |
वासेन | वास | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विवर्धते | विवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तु | तु | pos=i |
भीमस्य | भीम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कोपो | कोप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अनिलेन | अनिल | pos=n,g=m,c=3,n=s |