महाभारतम् — 3.224.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच मार्कण्डेय-आदिभिः विप्रैः पाण्डवैः च महात्मभिः कथाभिः अनुकूलाभिः सह आसित्वा जनार्दनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,comp=y |
आदिभिः | आदि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विप्रैः | विप्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पाण्डवैः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
महात्मभिः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
कथाभिः | कथा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
अनुकूलाभिः | अनुकूल | pos=a,g=f,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
आसित्वा | आस् | pos=vi |
जनार्दनः | जनार्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |