Original

अभिपन्नास्मि पाञ्चालि याज्ञसेनि क्षमस्व मे ।कामकारः सखीनां हि सोपहासं प्रभाषितुम् ॥ ५९ ॥

Segmented

अभिपन्ना अस्मि पाञ्चालि याज्ञसेनि क्षमस्व मे कामकारः सखीनाम् हि स उपहासम् प्रभाषितुम्

Analysis

Word Lemma Parse
अभिपन्ना अभिपद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
अस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
पाञ्चालि पाञ्चाली pos=n,g=f,c=8,n=s
याज्ञसेनि याज्ञसेनी pos=n,g=f,c=8,n=s
क्षमस्व क्षम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
कामकारः कामकार pos=n,g=m,c=1,n=s
सखीनाम् सखी pos=n,g=f,c=6,n=p
हि हि pos=i
pos=i
उपहासम् उपहास pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रभाषितुम् प्रभाष् pos=vi