Original

अतिहासातिरोषौ च क्रोधस्थानं च वर्जये ।निरताहं सदा सत्ये भर्तॄणामुपसेवने ।सर्वथा भर्तृरहितं न ममेष्टं कथंचन ॥ २८ ॥

Segmented

अति हास-अति रोषौ च क्रोध-स्थानम् च वर्जये निरता अहम् सदा सत्ये भर्तॄणाम् उपसेवने सर्वथा भर्तृ-रहितम् न मे इष्टम् कथंचन

Analysis

Word Lemma Parse
अति अति pos=i
हास हास pos=n,comp=y
अति अति pos=i
रोषौ रोष pos=n,g=m,c=2,n=d
pos=i
क्रोध क्रोध pos=n,comp=y
स्थानम् स्थान pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
वर्जये वर्जय् pos=v,p=1,n=s,l=lat
निरता निरम् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
सदा सदा pos=i
सत्ये सत्य pos=a,g=n,c=7,n=s
भर्तॄणाम् भर्तृ pos=n,g=m,c=6,n=p
उपसेवने उपसेवन pos=n,g=n,c=7,n=s
सर्वथा सर्वथा pos=i
भर्तृ भर्तृ pos=n,comp=y
रहितम् रहित pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
इष्टम् इष् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
कथंचन कथंचन pos=i