महाभारतम् — 3.221.29
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच विसर्जिते ततः स्कन्दे बभूव औत्पातिकम् महत् सहसा एव महा-राज देवान् सर्वान् प्रमोहयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विसर्जिते | विसर्जय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ततः | ततस् | pos=i |
स्कन्दे | स्कन्द | pos=n,g=m,c=7,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
औत्पातिकम् | औत्पातिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
देवान् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रमोहयत् | प्रमोहय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |