Original

एवं सेन्द्रं जगत्सर्वं श्वेतपर्वतसंस्थितम् ।प्रहृष्टं प्रेक्षते स्कन्दं न च ग्लायति दर्शनात् ॥ २७ ॥

Segmented

एवम् स इन्द्रम् जगत् सर्वम् श्वेतपर्वत-संस्थितम् प्रहृष्टम् प्रेक्षते स्कन्दम् न च ग्लायति दर्शनात्

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
pos=i
इन्द्रम् इन्द्र pos=n,g=n,c=1,n=s
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=1,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
श्वेतपर्वत श्वेतपर्वत pos=n,comp=y
संस्थितम् संस्था pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
प्रहृष्टम् प्रहृष् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
प्रेक्षते प्रेक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lat
स्कन्दम् स्कन्द pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
pos=i
ग्लायति ग्ला pos=v,p=3,n=s,l=lat
दर्शनात् दर्शन pos=n,g=n,c=5,n=s