महाभारतम् — 3.22.25
Original
Segmented
ततः शार्ङ्गम् धनुः-श्रेष्ठम् करात् प्रपतितम् मम मोहात् सन्नः च कौन्तेय रथोपस्थ उपाविशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
शार्ङ्गम् | शार्ङ्ग | pos=n,g=n,c=1,n=s |
धनुः | धनुस् | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
करात् | कर | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रपतितम् | प्रपत् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मोहात् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
सन्नः | सद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
रथोपस्थ | रथोपस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
उपाविशम् | उपविश् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |