Original

उग्रं तच्च महावेगं देवानीकं महाप्रभम् ।विचित्रध्वजसंनाहं नानावाहनकार्मुकम् ।प्रवराम्बरसंवीतं श्रिया जुष्टमलंकृतम् ॥ ४ ॥

Segmented

उग्रम् तत् च महा-वेगम् देव-अनीकम् महा-प्रभम् विचित्र-ध्वज-संनाहम् नाना वाहन-कार्मुकम् प्रवर-अम्बर-संवीतम् श्रिया जुष्टम् अलंकृतम्

Analysis

Word Lemma Parse
उग्रम् उग्र pos=a,g=n,c=1,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
वेगम् वेग pos=n,g=n,c=1,n=s
देव देव pos=n,comp=y
अनीकम् अनीक pos=n,g=n,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
प्रभम् प्रभा pos=n,g=n,c=1,n=s
विचित्र विचित्र pos=a,comp=y
ध्वज ध्वज pos=n,comp=y
संनाहम् संनाह pos=n,g=n,c=1,n=s
नाना नाना pos=i
वाहन वाहन pos=n,comp=y
कार्मुकम् कार्मुक pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रवर प्रवर pos=a,comp=y
अम्बर अम्बर pos=n,comp=y
संवीतम् संव्ये pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s
जुष्टम् जुष् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अलंकृतम् अलंकृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part