महाभारतम् — 3.213.25
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच इन्द्रस् तस्या वचः श्रुत्वा दुःखितो ऽचिन्तयद् भृशम् अस्या देव्याः पतिः न अस्ति यादृशम् सम्प्रभाषते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इन्द्रस् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्या | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
दुःखितो | दुःखित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽचिन्तयद् | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
अस्या | इदम् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
देव्याः | देवी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
पतिः | पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यादृशम् | यादृश | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सम्प्रभाषते | सम्प्रभाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |