महाभारतम् — 3.212.26
Original
Segmented
अत्रेः च अपि अन्वये जाता ब्रह्मणो मानसाः प्रजाः अत्रिः पुत्रान् स्रष्टु-कामः तान् एव आत्मनि अधारयत् तस्य तद् ब्रह्मणः कायान् निर्हरन्ति हुताशनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अत्रेः | अत्रि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अन्वये | अन्वय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जाता | जन् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
ब्रह्मणो | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मानसाः | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
अत्रिः | अत्रि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स्रष्टु | स्रष्टु | pos=n,comp=y |
कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
एव | एव | pos=i |
आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अधारयत् | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रह्मणः | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कायान् | काय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
निर्हरन्ति | निर्हृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
हुताशनाः | हुताशन | pos=n,g=m,c=1,n=p |