महाभारतम् — 3.21.7
Original
Segmented
ततो ऽहम् भरत-श्रेष्ठ समाश्वास्य पुरे जनम् राजानम् आहुकम् च एव तथा एव आनकदुन्दुभि सर्व-वृष्णि-प्रवीरान् च हर्षयन्न् अब्रुवम् तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
समाश्वास्य | समाश्वासय् | pos=vi |
पुरे | पुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहुकम् | आहुक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
आनकदुन्दुभि | आनकदुन्दुभि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
प्रवीरान् | प्रवीर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
हर्षयन्न् | हर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अब्रुवम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |