महाभारतम् — 3.207.10
Original
Segmented
अथ संचिन्तयामास भगवान् हव्यवाहनः अन्यो ऽग्निः इह लोकानाम् ब्रह्मणा सम्प्रवर्तितः अग्नि-त्वम् विप्रनष्टम् हि तप्यमानस्य मे तपः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
संचिन्तयामास | संचिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हव्यवाहनः | हव्यवाहन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अन्यो | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इह | इह | pos=i |
लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
ब्रह्मणा | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सम्प्रवर्तितः | सम्प्रवर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विप्रनष्टम् | विप्रणश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
तप्यमानस्य | तप् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |