महाभारतम् — 3.206.28
Original
Segmented
आपृच्छे त्वाम् स्वस्ति ते ऽस्तु धर्मस् त्वा परिरक्षतु अप्रमादस् तु कर्तव्यो धर्मे धर्म-भृताम् वर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आपृच्छे | आप्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
धर्मस् | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
परिरक्षतु | परिरक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
अप्रमादस् | अप्रमाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
कर्तव्यो | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
भृताम् | भृत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |