महाभारतम् — 3.206.14
Original
Segmented
कर्तुम् अर्हसि न उत्कण्ठाम् त्वद्विधा हि अविषादिन् लोक-वृत्तान्त-वृत्त-ज्ञाः नित्यम् धर्म-परायणाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
उत्कण्ठाम् | उत्कण्ठा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वद्विधा | त्वद्विध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
अविषादिन् | अविषादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
वृत्तान्त | वृत्तान्त | pos=n,comp=y |
वृत्त | वृत्त | pos=n,comp=y |
ज्ञाः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
परायणाः | परायण | pos=n,g=m,c=1,n=p |