महाभारतम् — 3.206.1
Original
Segmented
व्याध उवाच एवम् शप्तो ऽहम् ऋषिणा तदा द्विजवर-उत्तम अभिप्रसादयम् ऋषिम् गिरा वाक्य-विशारदम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्याध | व्याध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
शप्तो | शप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ऋषिणा | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
द्विजवर | द्विजवर | pos=n,comp=y |
उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
अभिप्रसादयम् | अभिप्रसादय् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गिरा | गिर् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
वाक्य | वाक्य | pos=n,comp=y |
विशारदम् | विशारद | pos=a,g=m,c=2,n=s |