महाभारतम् — 3.201.8
Original
Segmented
अधर्मस् त्रिविधस् तस्य वर्धते राग-दोषतस् पापम् चिन्तयते च अपि ब्रवीति च करोति च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अधर्मस् | अधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्रिविधस् | त्रिविध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वर्धते | वृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राग | राग | pos=n,comp=y |
दोषतस् | दोषतस् | pos=i |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चिन्तयते | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
ब्रवीति | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |