महाभारतम् — 3.201.6
Original
Segmented
व्याजेन चरते धर्मम् अर्थम् व्याजेन रोचते व्याजेन सिध्यमानेषु धनेषु द्विजसत्तम तत्र एव रमते बुद्धिस् ततः पापम् चिकीर्षति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्याजेन | व्याज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
चरते | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
व्याजेन | व्याज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
व्याजेन | व्याज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सिध्यमानेषु | सिध् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
धनेषु | धन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
द्विजसत्तम | द्विजसत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
एव | एव | pos=i |
रमते | रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बुद्धिस् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चिकीर्षति | चिकीर्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |