महाभारतम् — 3.2.73
Original
Segmented
उत्तरो देव-यानः तु सद्भिः आचरितः सदा अष्टाङ्गेन एव मार्गेण विशुद्ध-आत्मा समाचरेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत्तरो | उत्तर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
यानः | यान | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
सद्भिः | अस् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
आचरितः | आचर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सदा | सदा | pos=i |
अष्टाङ्गेन | अष्टाङ्ग | pos=a,g=m,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
मार्गेण | मार्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विशुद्ध | विशुध् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समाचरेत् | समाचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |