महाभारतम् — 3.2.46
Original
Segmented
त्यजेत संचयांस् तस्मात् तज्जम् क्लेशम् सहेत कः न हि संचयवान् कश्चिद् दृश्यते निरुपद्रवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्यजेत | त्यज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
संचयांस् | संचय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
तज्जम् | तज्ज | pos=a,g=m,c=2,n=s |
क्लेशम् | क्लेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सहेत | सह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
संचयवान् | संचयवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
निरुपद्रवः | निरुपद्रव | pos=a,g=m,c=1,n=s |