महाभारतम् — 3.2.16
Original
Segmented
न हि ज्ञान-विरुद्धेषु बहु-दोषेषु कर्मसु श्रेयः-घातिन् सज्जन्ते बुद्धिमन्तो भवद्विधाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
विरुद्धेषु | विरुध् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
दोषेषु | दोष | pos=n,g=n,c=7,n=p |
कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,comp=y |
घातिन् | घातिन् | pos=a,g=n,c=7,n=p |
सज्जन्ते | सञ्ज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
बुद्धिमन्तो | बुद्धिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भवद्विधाः | भवद्विध | pos=a,g=m,c=1,n=p |