महाभारतम् — 3.199.17
Original
Segmented
द्रष्टव्यम् तु भवेत् प्राज्ञ क्रूरे कर्मणि वर्तता कथम् कर्म शुभम् कुर्याम् कथम् मुच्ये पराभवात् कर्मणस् तस्य घोरस्य बहुधा निर्णयो भवेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्रष्टव्यम् | दृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
तु | तु | pos=i |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
प्राज्ञ | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
क्रूरे | क्रूर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
कर्मणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वर्तता | वृत् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कुर्याम् | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
कथम् | कथम् | pos=i |
मुच्ये | मुच् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
पराभवात् | पराभव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कर्मणस् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
घोरस्य | घोर | pos=a,g=n,c=6,n=s |
बहुधा | बहुधा | pos=i |
निर्णयो | निर्णय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |